Kyc Kya Hai – केवाईसी क्या है – What is kyc – Kyc full form विस्तार से समझे

आज के डिजिटल जमाने में में हमें तरह तरह के नाम सुनने को मिलते है जब अपना बैंक खाता खुलवाने के लिए जाते है आपने kyc का नाम जरूर सुना होगा क्या आप जानते है यह kyc kya hai नही तो आज हम इस पोस्ट के माध्यम से kyc के बारे में जानेंगे.

KYC KYA HAI

बैंक में ही नही कोई भी टेलिकॉम कंपनी अपने ग्राहक की kyc होने के बाद ही अपना ग्राहक मानती है जैसे – paytm kyc, phonepay kyc, airtel bank kyc, इत्यादि.

लेकिन कही लोगो के मन में यह सवाल आता है की यह kyc kya hai यह कोई नया नाम नही है हाँ यह हो सकता है आपके लिए यह नाम नया हो सकता है अगर आप इस पोस्ट को लास्ट तक पढेंगे तो आपके मन में कोई सवाल नही बचेगा,

Kyc क्या है – What is Kyc 

kyc एक  इंगलिश शब्द है अगर साधारण भाषा में कहा जाये कोई भी कंपनी अपने ग्राहक को पहचान के लिए  kyc करती है. मान लीजिये अगर आपको एयरटेल का सिम लेना है तो इसके लिए एयरटेल कंपनी आपका kyc करेगी ताकि आगे जाकर कोई फ्रोड करता है तो वो kyc के माध्यम से पकड़ा जा सकता है

जो भी कंपनी आपकी kyc करती तो आपसे डॉक्यूमेंट लेती है उसके आधार पर आपकी kyc की जाती है जैसे- आधार कार्ड, पैन कार्ड, पहचान पत्र, फ़ोन नंबर, इत्यादि kyc होने बाद कंपनी को  आपने जो कागज दिया है उसकी फोटो कॉपी करके  अपने पास रख लेगी जिनकी जरूरत पड़ने पर ही उपयोग किया जाता है 

जब हम किसी को एक डिजिटल तरीके  से पहचान देते है तो वो kyc कहलाता है 

kyc का पूरा नाम – Kyc full form 

kyc meaning – know your customer यानि इनका hindi शब्द  अपने ग्राहक को पहचानना होता है हम अपनी आसानी भाषा का प्रयोग करके शॉट में बोल देते है kyc जबकि kyc का पूरा नाम know your customer है 

एक बात आपको हमेशा ध्यान में रखना है कभी भी किसी की कभी किसी को असली कागज न दे हमेशा फोटो कॉपी ही दे अगर आप किसी को असली कागज देते है तो  पहली बात तो खोने का डर दूसरा की आपके कागज गलत उपयोग किया जा सकता है 

kyc डॉक्यूमेंट क्या है – What is kyc Documents 

भारत सरकार हमें अपनी kyc के लिए 6 तरह का डॉक्यूमेंट देती है जिनमे से किसी एक को देकर आप अपनी पहचान दे सकते है जैसे-

  • आधार कार्ड 
  • पैन कार्ड 
  • DL 
  • पहचान पत्र 
  • नरेगा जॉब कार्ड 
  • स्कूल प्रमाण पत्र 

kyc क्यों करे 

जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया है की किसी डिजिटल तरीके से किसी अपनी पहचान देना kyc कहलाता है kyc इसलिए की जाती है ताकि किसी ग्राहक के साथ फ्रोड न हो, इसके लिए आपको मै एक उदारहण के माध्यम से समझता हूँ.

उदारहण-  आपने बैंक में खाता खुलवाया और और आपने अपनी पहचान सही ढंग से नही दी तो जब आप दूसरी बार आप बैंक जायेंगे तो बैंक आपका वेरीफाई करेगी की यह व्यक्ति वो है जिसने अपने साथ खाता खुलवाया है या कोई दूसरा अगर ऐसे में बैंक को कोई dout लगता है.

तो पैसा निकालने के लिए मना कर दिया जाता है क्यूंकि आप जो पहचान बैंक को दे रहे है वो बैंक के सिस्टम से मंच नही कर रही है अगर बैंक बिना पहचान किये ही पैसे दे दिया तो हर आपके बैंक खाते से पैसे हर कोई निकाल सकता है ऐसे में साइबर क्राइम  का हमला बढ़ सकता है 

अब आप समझ गये होंगे की kyc अपना कितना महत्वपूर्ण रोल अदा करती है 

kyc के क्या फ़ायदे है – Benifits of kyc

मैंने आपको ऊपर उदाहरण बताया है इसके माध्यम से समझ गये होंगे की kyc के क्या फायदा है और भी बहुत कुछ फायदे है जो निम्न प्रकार है,

  • अपनी असली पहचान देना 
  • बहुत कम जोखिम 
  • डिजिटल तरीका अपनाना 
  • बैंक खाता सुरक्षित 
  • pf खाता सुरक्षित 
  • बिमा policy सुरक्षित 
  • अपना डेटा ऑनलाइन देखना 

आपने क्या सिखा 

तो आज आपने जाना kyc kya hai और kyc kyu ki jati hai और अगर आपको यह जानकारी अच्छी लगी है तो दुसरे लोगो के साथ जरूर शेयर करे ताकि उनको भी यह जानकरी मिल सके 

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