कोर्ट मैरिज कैसे करे ( Court Marriage ) पूरी जानकारी

( Court Marriage Kaise Kare ) एक साधारण शब्द में कहा जाये तो भारत में शादी तरह की होती है एक पुरानी रीती रिवाज से चलती आ रही जो हमारे बुजुर्ग लोग कही सदियों से करते आ रहे है. दूसरा यह की भारत के कानूनी नियम से शादी करना इन दोनों का प्रोसेस अलग अलग है आज इस पोस्ट के माध्यम से जानेगे. कोर्ट मैरिज कैसे करे? ( court marriage in hindi), कोर्ट मैरिज क्या है,

शादी एक ऐसी चीज है जो अपने मानव जीवन में बहुत महत्व रखती है पहले के समय में भारत के लोग कम पढ़े लिखे हुआ करते थे. तो उन्हें ज्यादा ज्ञान नही था वो अपने माता पिता की सहमती से ही शादी करते थे. Court Marriage Kaise Kare

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लेकिन अब जमाना पूरी तरह से change हो गया है पढ़े लिखे लोग बिना किसी झंझट के और अपने मनपसंद कानूनी तरीके से शादी करना चाहते है.

पर उनके कभी कभी सामने एसी परेशानी आ जाती है जिसे वो घबरा जाते है और वो जिस लड़की या लड़के से शादी करने का जो सपना होता है वो सपना ही रह जाता है

इसलिए मै आज इस पोस्ट के माध्यम से court marriage के बारे में बताऊंगा जैसे – कोर्ट मैरिज क्या है ( What Is court marriage ) ( court marriage kya hai ) कोर्ट मैरिज कैसे करे ( court marriage kaise kare )

कोर्ट मैरिज नियम ( court marriage rules ) कोर्ट मैरिज डॉक्यूमेंट ( court marriage documents ) court marriage full imformation ( कोर्ट मैरिज की फूल जानकारी हिंदी ) Court Marriage Kaise Kare इन सभी सवालों के जवाब इस पोस्ट में मिलेंगे.

कोर्ट मैरिज क्या है ( what Is Court Marriage )

कोई भी लड़का और लड़की आपस में प्यार करते है और जीवन साथी बनना चाहते है भले वो किसी भी जाती ( धर्म ) का हो किसी 2 व्यक्ति को गवाह बनाकर कानूनी तरीके से शादी करते है.

यानि सीधी देशी भाषा में कहा जाये तो एक कानून के दायरे में रहकर पति-पत्नी बनते है वो कोर्ट मैरिज कहलाता है.

कोर्ट मैरिज कैसे करे? (How to do a court marriage)

कोर्ट मैरिज का प्रोसेस ज्यादा लम्बा नही है अगर आप कानूनी कार्यवाही पूरी करते है तो कुछ ही घंटो में आपको कोर्ट मैरिज का पर्चा मिल जायेगा उस पर मुहर लग जाएगी की अब से आप दोनों पति पत्नी है.

लेकिन इसे पहले आपको कुछ जरूरी चीजे है उनको ध्यान में रखना होगा नही तो शादी करने वाले और करवाने वाले दोनों के सामने समस्या खड़ी हो सकती है इसलिए कुछ नियम है यह जरूर पढ़े. यह नियम फॉलो करने के बाद किसी नजदीकी कोर्ट में जाकर शादी कर सकते है Court Marriage Kaise Kare

कोर्ट मैरिज करने के नियम ( Rules Of Court Marriage )

  • कोर्ट मैरिज करने वाले लडके की उम्र 21 साल से कम नही होनी चाहिए
  • कोर्ट मैरिज करने वाली लड़की की उम्र 18 साल से ऊपर कम नही होनी चाहिए
  • जो लड़का या लड़की कोर्ट मैरिज करना चाहता है उनकी पहले से कोई शादी नही होनी चाहिए
  • अगर दुबारा शादी करना चाहते है तो उनका ठोस परिणाम होना चाहिए जैसे किसी बीमारी से पति या पत्नी की मौत हो जाती है तो इस हालत में दुबारा कोर्ट मैरिज कर सकता है
  • लड़का और लडकी दोनों मानसिक रूप से सही होना चाहिए
  • जो लड़का लडकी कोर्ट मैरिज करना चाहता है उनका आपस में पारिवारिक रिश्ता नही होना चाहिए जैसे – बहन-भाई मामा-भांजी चाचा-भतीजी इस प्रकार का कोई रिश्ता नही होना चाहिए ऐसे केश बहुत कम होता है फिर भी आपकी जानकारी के लिए बता रहा हूँ
  • लड़का और लडकी दोनों आपस में सहमत होने चाहिए
  • 2 व्यक्ति लड़की की तरफ से 2 व्यक्ति लड़के की तरफ से गवाह होना जरूरी है
  • जिस व्यक्ति को गवाह बना रहे है उनके पास ऑरिजनल डाक्यूमेंट्स होने चाहिए
  • जिस व्यक्ति को गवाह बना रहे है वो कम से कम एक साल से आपको जानता हो ऐसा नही है किसी को रोड से पकड़कर पैसे देकर गवाह बना दिया
  • भारत के जिस भी शहर में शादी करते है तो शादी की डेट से 30 तक उस शहर में निवास होना जरूरी है

कोर्ट मैरिज के लिए जरूरी दस्तावेज़ ( Court Marriage Documents )

जो लड़का व् लड़की जो court marriage करना चाहते है उनका जो भी दस्तावेज लगा रहे है वो एकदम ऑरिजनल होना चहिये ओए एक बात और भी ध्यान में रखना है सरकारी डॉक्यूमेंट होना चाहिए.

जैसे आधार कार्ड, वोटर id कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, बिजली बिल, पैन कार्ड, इत्यादि प्राइवेट दस्तावेज नही चलेगा जैसे – रेंट अग्रीमेंट, किसी प्राइवेट बैंक की पासबुक, टेलीफोन बिल इत्यादि,

  • कोर्ट मैरिज करने वाले करने वाले जोड़े के आधार कार्ड, या वोटर id कार्ड इन दोनों में से एक किसी को भी दे सकते है
  • कोर्ट मैरिज करने वाले जोड़े के पासपोर्ट साइज़ फोटो 6×6 यानि 6 लड़के के और 6 लडकी के होने चाहिए
  • माता पिता का सहमती पत्र होना जरूरी है जिसपर उनके सिग्नेचर होने चाहिए
  • गवाह का पहचान पत्र जैसे आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, वोटर कार्ड इनमे से कोई भी दे सकते है
  • लड़के और लड़की के स्कूली दस्तावेज भी दे सकते है जिसमे जन्मतिथि होना अनिवार्य है
  • जज के सामने दोनों के signature सहमती पत्र पर लड़के और लड़की दोनों के होने अनिवार्य है
  • लड़का या लड़की विदेश से है तो उनकी NOC ( No Objection Certificate )होना जरूरी है

कोर्ट मैरिज के लिए कानूनी प्रक्रिया क्या है (Legal process for court marriage)

कोर्ट मैरिज का प्रोसेस सिर्फ 30 दिनों का होता है 30 दिन के अन्दर आपको सर्टिफिकेट मिल जाता है लेकिन इनमे भी कुछ नियम है एक प्रेमी जोड़े को जानना बेहद जरूरी होता है.

जैसा की मैंने आपको ऊपर बताया है की यह एक कानूनी तरीके से शादी की जाती है तो आपको क़ानून का पूरा ध्यान रखना होगा तभी आप शादी कर सकते है.

अगर आप कानूनी पोसेस पूरा नही करते है तो आपकी फ़ाइल रद्द कर दी जाती है इसके लिए दुबारा से फ़ाइल लगानी होगी तो आहिये जानते है क्या कानूनी प्रोसेस

  • आप जिस भी कोर्ट में शादी करते है उसमे एक नोटिस बोर्ड चिपकाया जायेगा जिसमे आपका नाम एड्रेस इत्यादि होगा
  • लड़का और लड़की जज के सामने सहमती पत्र पर सिग्नेचर करेंगे और उनसे ये भी पूछा जा सकता है की आप अपनी मर्जी से शादी कर रहे है या कोई जोर जबरदस्ती है ऐसे लड़की हाँ करती है तो ही शादी होगी अन्यथा रद्द हो जाएगी
  • अगर कोई परिवार वाले इसे सहमत नही है तो 30 दिन से पहले कोर्ट जाकर वो याचिका लगा सकते है याचिका अगर ठोस होती है तो शादी 30 दिन के अंदर रद्द हो सकती है
  • अगर कोई खास आपति नही है तो प्रोसेस जारी रहेगा
  • कोर्ट मैरिज करने के लिए आपको कोर्ट ही जाना होगा बिना जाये आप शादी नही कर सकते है
  • जब आप शादी के लिए अर्जी लगते है उस तारीख से अगले तिन महीने तक आप हाजिर नही होते है तो आपकी अर्जी रद्द कर दी जाएगी
  • शादी होने के अगले 30 दिनों तक कोई ऑब्जेक्ट नही आता है तो आपका शादी का सर्टिफिकेट जारी कर दिया जाता है

कोर्ट मैरिज के रिलेटेड सवाल जवाब

Q 1 क्या शादी के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है?

ans . नही शादी के लिए आपको कोर्ट जाना होगा

Q 2 क्या घर बैठे शादी कर सकते है ?

ans. नही शादी के लिए जोड़े को कोर्ट में हाजिर होना पड़ेगा

Q3 अगर माता पिता गवाह नही बने तो क्या करे ?

ans. जरूरी नही है की गवाह माता पिता ही हो किसी भी अन्य व्यक्ति को ले सकते है जैसे – भाई, चाचा, दोस्त, रिश्तेदार, इत्यादि

Q4 अगर माता पिता सहमत नही हो तो क्या करे ?

ans.अगर माता पिता सहमत नही है तो उनके पीछे का कारण क्या है मैंन कारण होना चाहिए अगर कोई मैंन कारण नही है तो आप शादी कर सकते है

Q5 क्या बिना गवाह शादी कर सकता हूँ?

ans. बिना गवाह शादी नही कर सकते है शादी के लिए गवाह होना बेहद जरूरी है

निष्कर्ष

तो आज आपने जाना कोर्ट मैरिज क्या है, कोर्ट मैरिज कैसे करे, ( Court Marriage Kaise Kare ) किन किन दस्तावेजो की जरूरत पड़ती है और कोर्ट मैरिज का क्या प्रोसेस है मुझे पूरी उम्मीद है की आपको ये पोस्ट पसंद आई होगी अगर आपके मन में कोई सवाल है तो मुझे कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकते है

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