भारतीय प्रधान मंत्री की सैलरी क्या होती है
भारत के प्रधान मंत्री श्री दामोदर दास नरेंद्र मोदी है जो सन 2014 से 2019 तक कार्यकाल संभाला 2019 में जनता ने फिर से नरेंद्र मोदी जी को कार्यकाल सँभालने का मौका दिया है इसका क्रेडिट भारत की आम जनता को जाता है |
इनको को ध्यान में रखते हुए आपको ये भी बताना जरूरी है की भारतीय सविधान को ध्यान में रखते हुए भारत का प्रधान मंत्री भारत सरकार का मुख्य सदस्य होते है जो की मुख्य सलाहकार राष्ट्र्यपति होते है |
एक बात अभी से conform करले की कोई सैलरी फिक्स नही होती है क्यूंकि ये समय समय पर बदलाव होता रहता है भारतीय सविधान के अनुसार धारा 75 को ध्यान में रखते हुए | भारत के प्रधान मंत्री के सैलरी ससंद द्वारा तय की जाती है |
सैलरी की अगर बात की जाये तो पचास हजार प्रति महिना है ये सैलरी यह पर फिक्स नही होती है इसके साथ और भी भता साथ में जुड़कर सैलरी ज्यादा होती है मिडिया रिपोर्ट के अनुसार 1.60 लाख प्रति महिना के लगभग होती है भते के बारे में आहिये विस्तार से जानते है |
भता निम्न्न प्रकार मिलता है
सैलरी = 50000 प्रति महिना
वव्य भता = 3000 प्रति महिना
डेली भता = 62000 प्रति महिना
निर्वाचन भता =45000 प्रति महिना
टोटल = 160000 प्रति महिना
सारे भता और और बेसिक सैलरी जोड़ी जाये तो भारतीय प्रधान मंत्री की सैलरी एक लाख साठ प्रति महिना के लगभग होती है |
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पांच साल के बाद और क्या मिलता है
बहुत से लोगो के मन में सवाल होता है ज्यादातर छात्रो के लिए की और क्या मिलता है भारत के प्रधानमंत्री को सैलरी ही नही बल्कि और भी बहुत कुछ मिलता है भारत सरकार की तरफ से सैलरी के अलावा और क्इया मिलता है आहिये इसको भी विस्तार से जानते है |
1 . जिन्दगी भर के लिए एक घर [बंगला ] दिया जाता है जिनका कोई किराया नही होता है |
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2 . सरकारी अस्पतालों में दवाई मुफ्त व् इलाज मुफ्त मिलता है
3 ट्रेन टिकट जीवन भर फ्री मिलता है
4 . हवाई टिकट जीवन भर फ्री मिलता है
5 एक साल के लिए SPG कवर भी फ्री दिया जाता है
6 एक चपरासी जीवन भर के लिए
7 एक पर्सनल सुरक्षाकर्मी
8 . other खर्चे के लिए छ; हजार रूपये भी मिलते है
और भी बहुत कुछ मिलता है भारत सरकार के कानून के तहत इनमे से कुछ मैंन पॉइंट ऊपर देख सकते है |
भारत के प्रधानमंत्री का कार्यकाल कितने साल का होता है
भारत के सविधान के अनुसार भारत के प्रधान मंत्री के कार्य काल की कोई फिक्स अवधि नही होती है वैसे पांच साल बाद फिर से मतदान होते है अगर दुबारा पूर्ण बहुमत मिलते है तो फिर से कार्यकाल संभाल सकते है जब तक उनके पास मत है तब तक वो कार्यकाल सँभालते रहेंगे | जब बहुमत खो देते है तो भारत के राष्ट्रपति को पत्र लिख कर इस्तीफा भी सोंप सकते है |
अगर कार्यकाल नही संभालना चाहते है तो भी भारत के राष्ट्रपति को इस्तीफा सौंप सकते है |
और लास्ट में एक बात आपको हैरान करने वाली है की भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी अपनी सैलरी ज्यादातर दान में देते है ऐसा वो जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब भी ऐसा ही करते थे उन्होंने जब गुजरात के मुख्यमंत्री का इस्तीफा सौंपा था तब उन्होंने 21 लाख रूपये गुजरात की बेटियों के लिए दान में दिए थे |
तो आज आप इस पोस्ट के माध्यम से जान गये होंगे के आखिर भारत के प्रधानमन्त्री की सैलरी कितनी होती है और उनके साथ में और क्या क्या मिलता है अगर आपके मन में कोई सवाल है तो आप कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकते है |
जय हिन्द